Saturday, February 11, 2017

संवत 2074 सन 2017-18 में राहु का गोचर फल

राहु का गोचर फल
    श्री शुभ सम्वत् 2072 माघ मास कृष्ण पक्ष पंचमी (उदयकालीन), तदुपरान्त माघ मास कृष्ण पक्ष षष्ठी दिन शुक्रवार अंग्रेजी तारीखानुसार 29 जनवरी 2016 को घं.25 मि. 28 पर राहु का प्रवेश अपनी स्वाभाविक वक्र गति से सिंह राशि में होगा। तात्कालिक चन्द्रमा उस समय हस्त नक्षत्र, कन्या राशि पर स्थित रहेगा।
    इसके बाद श्री शुभ सम्वत् 2074 आश्विन मास कृष्ण पक्ष द्वादशी (उदयकालीन), तदुपरान्त त्रयोदशी दिन रविवार अंग्रेजी तारीखानुसार 17 अगस्त 2017 को घं.29 मि. 30 पर राहु का प्रवेश अपनी स्वाभाविक वक्र गति से कर्क राशि में होगा। तात्कालिक चन्द्रमा उस समय मघा नक्षत्र, सिंह राशि पर स्थित रहेगा।
    सम्वत्सर के अन्त तक राहु कर्क राशि में रहेगा। जिसका पाद व गोचर फल इस प्रकार है। 
सन् 2017 में सिंह के राहु का पाद बोधक फल।
01 जनवरी 2017 से 17 अगस्त 2017 तक।
मेष-कन्या-वृश्चिक राशि वालों को स्वर्ण पाद से व्यापार व नौकरी में बढ़ोत्तरी, पर पारिवारिक माहौल असंतुलित रहेगा। मान सम्मान व प्रतिष्ठा में कमी आयेगी, व्यर्थ भ्रमण।
वृष-सिंह-मकर राशि वालों को रजत पाद होने से सफलता मिलेगी, प्रत्येक क्षेत्र में किये प्रयास सफल होंगे, आय के नये स्त्रोत, इष्ट मित्रों का सहयोग, व्यापार में बढ़ोत्तरी होगी।
मिथुन-तुला-कुम्भ राशि वालों को लौह पाद होने से जीवन त्रस्त हो जायेगा, सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी, मान-सम्मान व प्रतिष्ठा में कमी, आर्थिक हानि, परिवार में तनाव।
कर्क-मीन-धनु राशि वालों को ताम्रपाद से आगमन, शुभप्रद है प्रगति, लक्ष्मी प्राप्ति, वैभव, सुख-सम्पदा, प्रगति रोजगार आदि में सफल, धर्म-कर्म, सामाजिक कार्य में रूचि।
सन् 2017 में सिंह के राहु का गोचर फल।
01 जनवरी 2017 से 17 अगस्त 2017 तक।
    मेष राशि वालों के लिये पंचम राहु पूज्य है। चित्त अशान्त रहेगा। श्रम से किये हुये कार्य की भी सफलता संदिग्द्द रहेगी, किन्तु राशि गत प्रभाव के कारण अवरोधां को दूर करने के प्रति सचेष्ट रहेंगे।
    वृष राशि वालों को चौथा राहु अशुभ है। कार्य की प्रगति में बाधा पहुँचेगी, अप्रत्याशित स्थितियां के कारण नौकरी-व्यापार में प्रतिकूल स्थितियां उत्पन्न हांगी।
    मिथुन राशि वालों को तीसरे राहु शुभ प्रभावी है, मन की बेचैनी दूर होगी। बिगड़ा काम बनेगा, नौकरी-व्यापार में सफलता की ओर अग्रसर होंगे। आर्थिक पक्ष मजबूत करता है।
    कर्क राशि वालां को दूसरे राहु पूज्य है, इसलिये इस राशि वाले जातक को राहु स्वास्थ्य की दृष्टि से प्रतिकूल रहेगा। मानसिक उलझनों में वृद्धि होगी, दुष्टजनां से परेशानी होगी।
    सिंह राशि वालों को जन्मस्थ राहु पूज्य है। दैनिक कामकाज अधिक परिश्रम से आंशिक रूप से ही पूरे होंगे। अव्यवस्थित दिनचर्या रहेगी। दौड़-धूप निरर्थक साबित हांगे।
    कन्या राशि वालों को द्वादश राहु अशुभ है। शारीरिक, बौद्धिक, मानसिक कष्ट बढ़ेगा। यात्रा में असफलता तो मिलेगी किन्तु कभी-कदा अनुकूल स्थितियाँ भी बनेगी।
    तुला राशि वालों को एकादश राहु शुभ है। दैनिक कामकाज उन्नति पर होगा। कार्य व्यवसाय का विस्तार, मान सम्मान पद प्रतिष्ठा की वृद्धि, भूमि-क्रय, एवं वाहनादि सौख्य की वृद्धि, उच्चवर्गीय लोगां को विदेश यात्रा भी करनी पड़ सकती है।
    वृश्चिक राशि वालां को दशमस्थ राहु शुभ है। सामयिक कार्यो में सफलता, धर्म-अध्यात्म के प्रति निष्ठा, आस्था में वृद्धि, सामाजिक विकास होगा। छात्रां को अपेक्षित सफलता मिलेगी।
    धनु राशि वालों को नवम राहु पूज्य है। पारिवारिक विरोध, भाग्योदय में रूकावटें, हानि लाभ की समानता, खर्च में वृद्धि होगी, श्रेष्ठजनों की संगति प्रभावपूर्ण साबित होगी।
    मकर राशि वालों को अष्टमस्थ राहु अशुभ है। समस्याआें की जटिलताएं बढ़ जाएंगी। शारीरिक स्वास्थ्य अनुकूल नहीं रहेगा। उत्साह-हीनता बढ़ जाने से कार्यों में सफलता संदिग्ध रहेगी।
    कुम्भ राशि वालों को सातवें राहु पूज्य है। आवश्यक कामों में श्रम से सफलता मिलेगी। नौकरी व्यापार आदि जीविका की सुरक्षा, पारिवारिक दायित्वों का निर्वाह।
    मीन राशि वालों को छठवें राहु शुभ है। अधूरे संकल्प पूरे हांगे। आरोग्य सुख उत्तम रहेगा। शारीरिक क्षमता में वृद्धि, साहस के कामां में सफलता दिलाकर सभी अरिष्टों को दूर करेगा।
सन् 2017 में कर्क के राहु का पाद बोधक फल।
17 अगस्त 2017 से सम्वत्सरान्त तक।
मेष-कन्या-धनु राशि वालों को ताम्रपाद से आगमन, शुभप्रद है प्रगति, लक्ष्मी प्राप्ति, वैभव, सुख-सम्पदा, प्रगति रोजगार आदि में सफल, धर्म-कर्म, सामाजिक कार्य में रूचि।
वृष-तुला-कुम्भ राशि वालों को रजत पाद होने से सफलता मिलेगी, प्रत्येक क्षेत्र में किये प्रयास सफल होंगे, आय के नये स्त्रोत, इष्ट मित्रों का सहयोग, व्यापार में बढ़ोत्तरी होगी।
मिथुन-सिंह-मकर राशि वालों को स्वर्ण पाद से व्यापार व नौकरी में बढ़ोत्तरी, पर पारिवारिक माहौल असंतुलित रहेगा। मान सम्मान व प्रतिष्ठा में कमी आयेगी, व्यर्थ भ्रमण।
कर्क-वृश्चिक-मीन राशि वालों को लौह पाद होने से जीवन त्रस्त हो जायेगा, सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी, मान-सम्मान व प्रतिष्ठा में कमी, आर्थिक हानि, परिवार में तनाव।
सन् 2017 में कर्क के राहु का गोचर फल।
17 अगस्त 2017 से सम्वत्सरान्त तक।
    मेष राशि वालों को चौथा राहु अशुभ है। कार्य की प्रगति में बाधा पहुँचेगी, अप्रत्याशित स्थितियां के कारण नौकरी-व्यापार में प्रतिकूल स्थितियां उत्पन्न हांगी।
    वृष् राशि वालों को तीसरे राहु शुभ प्रभावी है, मन की बेचैनी दूर होगी। बिगड़ा काम बनेगा, नौकरी-व्यापार में सफलता की ओर अग्रसर होंगे। आर्थिक पक्ष मजबूत करता है।
    मिथुन राशि वालां को दूसरे राहु पूज्य है, इसलिये इस राशि वाले जातक को राहु स्वास्थ्य की दृष्टि से प्रतिकूल रहेगा। मानसिक उलझनों में वृद्धि होगी, दुष्टजनां से परेशानी होगी।
    कर्क राशि वालों को जन्मस्थ राहु पूज्य है। दैनिक कामकाज अधिक परिश्रम से आंशिक रूप से ही पूरे होंगे। अव्यवस्थित दिनचर्या रहेगी। दौड़-धूप निरर्थक साबित हांगे।
    सिंह राशि वालों को द्वादश राहु अशुभ है। शारीरिक, बौद्धिक, मानसिक कष्ट बढ़ेगा। यात्रा में असफलता तो मिलेगी किन्तु कभी-कदा अनुकूल स्थितियाँ भी बनेगी।
    कन्या राशि वालों को एकादश राहु शुभ है। दैनिक कामकाज उन्नति पर होगा। कार्य व्यवसाय का विस्तार, मान सम्मान पद प्रतिष्ठा की वृद्धि, भूमि-क्रय, एवं वाहनादि सौख्य की वृद्धि, उच्चवर्गीय लोगां को विदेश यात्रा भी करनी पड़ सकती है।
    तुला राशि वालां को दशमस्थ राहु शुभ है। सामयिक कार्यो में सफलता, धर्म-अध्यात्म के प्रति निष्ठा, आस्था में वृद्धि, सामाजिक विकास होगा। छात्रां को अपेक्षित सफलता मिलेगी।
    वृश्चिक राशि वालों को नवम राहु पूज्य है। पारिवारिक विरोध, भाग्योदय में रूकावटें, हानि लाभ की समानता, खर्च में वृद्धि होगी, श्रेष्ठजनों की संगति प्रभावपूर्ण साबित होगी।
    धनु राशि वालों को अष्टमस्थ राहु अशुभ है। समस्याआें की जटिलताएं बढ़ जाएंगी। शारीरिक स्वास्थ्य अनुकूल नहीं रहेगा। उत्साह-हीनता बढ़ जाने से कार्यों में सफलता संदिग्ध रहेगी।
    मकर राशि वालों को सातवें राहु पूज्य है। आवश्यक कामों में श्रम से सफलता मिलेगी। नौकरी व्यापार आदि जीविका की सुरक्षा, पारिवारिक दायित्वों का निर्वाह।
    कुम्भ राशि वालों को छठवें राहु शुभ है। अधूरे संकल्प पूरे हांगे। आरोग्य सुख उत्तम रहेगा। शारीरिक क्षमता में वृद्धि, साहस के कामां में सफलता दिलाकर सभी अरिष्टों को दूर करेगा।
    मीन राशि वालों के लिये पंचम राहु पूज्य है। चित्त अशान्त रहेगा। श्रम से किये हुये कार्य की भी सफलता संदिग्ध रहेगी, किन्तु राशि गत प्रभाव के कारण अवरोधां को दूर करने के प्रति सचेष्ट रहेंगे।

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