Tuesday, June 25, 2013

.........व्रत और उपवास में भेद.........

                            ...व्रत और उपवास में भेद ... 
..... इस लोक में सनातन धर्म के अनुयायियों के बीच व्रत और उपवास यह दो प्रसिद्ध हैं . यह १- कायिक , २- वाचिक , ३- मानसिक , ४- नित्य , ५- नैमित्तिक , ६- काम्य , ७- एकभुक्त , ८- अयाचित , ९- मितभुक् , १० - चान्द्रायण , ११- प्राजापत्य के रूप में किये जाते हैं .
..... वास्तव में व्रत और उपवास में केवल यह अंतर है कि, व्रत में भोजन किया जा सकता है, किन्तु उपवास में निराहार रहना पडता है.
..... इनके कायिकादि ३ भेद हैं , १- शस्त्राघात , मर्माघात , और कार्य हानि आदिजनित हिंसा के शमन हेतु " कायिक , २- सत्य बोलने और प्राणिमात्र में निर्वैर रहने से " वाचिक", ३- मन को शांत रखने की दृढता हेतु " मानसिक" व्रत किया जाता है . जय महाशक्ति ....

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